2025-04-19 16:34:52
श्रीअरुण मुनिजी म.सा.आदि ठाणा एवं महासतियाजी शांताकंवरजी म. सा. आदि ठाणा के मंगल प्रवेश मैं उमड़े श्रद्धालु,

IनीमचI श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ नीमच छावनी के तत्वावधान में जैन दिवाकर गुरुदेव श्री चौथमल जी महाराज साहब की जन्मस्थली धर्म नगरी नीमच में निंद्रा विजेता तपस्वीराज श्री लाभचंदजी महाराज के सुशिष्य एवं आचार्य सम्राट ध्यान योगी डॉ. शिवमुनिजी महाराज प्रवर्तक विजयमुनिजी म.सा. के आज्ञानुवर्ती नवकार मंत्र आराधक तपोकेसरी उप प्रवर्तक अरुण मुनिजी, सेवाभावी सुरेश मुनिजी, एवं गुरणी हीरा सज्जन सुगन कुंवर जी महाराज साहब की सुशिष्या दिवाकर दिव्य किरण मेवाड़ सिंहनी उप प्रवर्तनी महा साध्वी शांता कुंवर जी म. सा. , मधुर व्याख्यानी मंगल प्रभा श्री जी म. सा., प्रवचन प्रभाविका नयन प्रभा श्री जी म. सा. आदि ठाणा का भव्य चातुर्मासिक मंगल प्रवेश कार्यक्रम 8 जुलाई शुक्रवार सुबह 7:30 बजे प्राइवेट बस स्टैंड स्थित विजय जैन गोल्डन मोगरा के आवास पर नवकारसी के साथ प्रारंभ हुआ । श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ रजिस्टर्ड ट्रस्ट जैन कॉलोनी नीमच छावनी श्री संघ के अध्यक्ष अजीत कुमार बंब मंत्री सागरमल मेहता, चातुर्मास समिति संयोजक सुनील बंब लाला प्रवक्ता भंवरलाल देशलेहरा ने बताया कि चतुर्मासिक मंगल प्रवेश जुलूस प्राइवेट बस स्टैंड स्थित विजय जैन गोल्डन मोगरा के निवास से प्रारंभ हुआ जो बारादरी चौराहा श्री बड़े बालाजी मंदिर चौराहा बिहार गंज चौराहा घंटाघर श्री राम चौक जाजू बिल्डिंग पुस्तक बाजार होते हुए जैन कॉलोनी स्थित श्री वर्धमान जैन स्थानक जैन कॉलोनी नीमच पर पहुंचकर धर्मसभा में परिवर्तित हुआ। जुलूस में समाज जनों द्वारा संयम इनका सख्त है तभी तो लाखों भक्त हैं।चमक रहा भाई चमक रहा जैन दिवाकर चमक रहा जैनम जयति शासनम जय बोलो महावीर की त्रिशला नंदन वीर की वंदे वीरम जय महावीर गुरुजी हमारे आए हैं नई रोशनी लाए हैं एक दो तीन चार जैन धर्म की जय जय कार आदि गगनभेदी नारे लगे।
इस अवसर पर तपो केसरी अरुणमुनि जी महाराज साहब ने कहा कि चातुर्मास के 4 माह तपस्या धर्म के लिए पवित्र समय है। चतुर्मास समय में की गई तपस्या पूरे जीवन में मनुष्य के पुण्य को बढ़ाती है।8माह साधु संतों की प्रेरणा व निश्रा नहीं मिलने से धर्मालुजन तप तपस्या करने में आलस्य कर जाते हैं लेकिन चातुर्मास के चार माह का समय तप तपस्या के लिए अति उत्तम है इसलिए चातुर्मास का पूरा पूरा लाभ लेना चाहिए और तपस्या स्वाध्याय व धार्मिक कार्यक्रम में सहभागी बनना चाहिए तभी चातुर्मास सार्थक सिद्ध हो सकता है। धार्मिक चातुर्मास के कार्यक्रम से समाज में प्रेम समन्वय का वातावर्ण बनता है। सामाजिक एकता स्थापित होती है। गुरुदेव ने कहा कि घर-घर में नवकार मंत्र के जाप एक अलग ऊर्जा प्रदान करते हैं। 30 वर्ष पूर्व 19 92 में भी नीमच में सभी समाज जनों के सहयोग से नवकार मंत्र के जाप हुए थे जो आज भी आदर्श प्रेरणादायक प्रसंग है।साध्वी शांता कुंवर जी महाराज साहब ने कहा कि दिवाकर की जन्मस्थली धर्मनगरी नीमच में चातुर्मास काअवसर मिला। पावन सौभाग्य की बात है। पेड़ पौधों पर्यावरण में वसंत ऋतु आने पर हरियाली छा जाती है प्रकृति सुहानी लगती है ।उसी प्रकार संत अपना तेज लेकर आते हैं। और तीर्थंकर का तेज भी संतों के साथ होता है। गुरु की आज्ञा लेकर आते हैं ।और मोक्ष की राह दिखा कर जाते हैं ।उलझे जीवन को सुलझाने आते हैं। त्याग तपस्या धर्म में लगे तो चातुर्मास सफल होता है। अतिथि शांतिलाल मारु निंबाहेड़ा ने कहा कि चातुर्मास यशस्वी बने धर्म स्थान धर्म ध्यान त्याग तपस्या का ठाठ लगे। विजय खटोड़ मंदसौर ने कहा कि चातुर्मास के समय प्रतिदिन संतो के दर्शन कर धर्म तपस्या के लिए प्रेरणा लेनी चाहिए। अरुण मुनि जी मा.सा. के रविवार गुरुवार मंगलवार को उपवास व शनिवार को एकासना रहता है जो सभी युवाओं के लिए आदर्श प्रेरणादाई है। भंवरलाल देशलेहरा ने कहा कि 30 साल पूर्व हुए चातुर्मास के 120 दिन में 131 जाप कार्यक्रम आयोजित हुए थे जो आज भी आदर्श प्रेरणादाई कदम है ।श्रीमती संगीता नाहर ने अहोभाग्य जो आप हमारे नीमच नगर पर पधारे......। प्रेमा खाबिया प्रभा खाबिया मंदसौर ने जो झुक जाएंगे गुरुदेव के चरणों में उसकी झोली कभी खाली नहीं होती इस नगरी में आए हैं.....स्तवन प्रस्तुत किया। श्रीमती आशा सांभर एवं वीरेंद्र चोरड़िया, महावीर छाजेड़ जावरा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
नवकारसी के लाभार्थी पुण्यशाली विजयकुमार सागरमलजी मोगरा परिवार थे। अखिल भारतीय श्वेतांबर स्थानाकवासी जैन कॉन्फ्रेंस जिला शाखा नीमच के अध्यक्ष संस्थापक अध्यक्ष मनोहर लाल (शंभू )बंब, जिला अध्यक्ष विमल मोगरा, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन नवयुवक मंडल नीमच के अध्यक्ष लोकेंद्र घोटा, सचिव संजय गांधी, श्री जैन दिवाकर महिला मंडल अध्यक्ष लीला मांदरेचा, सचिव सपना पोरवाल नवकार, वर्धमान स्थानकवासी जैन महिला मंडल अध्यक्ष कल्पना मोगरा, सचिव कृष्णा चेलावत, श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन साधना बहु मंडल अध्यक्ष शिमला फाफरिया सचिव मोनिका मेहता, चातुर्मास व्यवस्थापक नवयुवक मंडल के सचिन मोगरा, निखिल बम्ब,महेन्द्र जैन (समीर,)विभोर पितलिया, मनीष पोरवाल नवकार, भोजन शाला प्रभारी संजय डांगी, आवास प्रभारी प्रशांत श्रीमाल ने समस्त जैन श्री संघ एवं महानुभावों सदस्यों ने सह परिवार सहभागी बनकर मांगलिक श्रवण, अमृत प्रवचन, साधु साध्वी वृंद के दिव्य दर्शन का धर्म लाभ का पुण्यार्जन कर जिन शासन में अभिवृद्धि की।
30 वर्ष बाद हो रहा है मुनि श्री का चातुर्मास,
श्री संघ अध्यक्ष अजीत कुमार बम ने बताया कि 1992 में अरुण मुनी एवं सुरेश मुनि जी महाराज साहब का चातुर्मास नीमच शहर में हुआ था 30 वर्ष बाद मुनि श्री पधारें हैं।